बिलासपुर 18 अप्रैल 2025।बिलासपुर शहर के मोपका क्षेत्र में एक सरकारी कर्मचारी द्वारा अवैध प्लॉटिंग का मामला सामने आया है। नगर निगम की ओर से पूर्व में नोटिस जारी किए जाने के बावजूद उक्त कर्मचारी न केवल अवैध तरीके से जमीन की खरीदी-बिक्री कर रहा है, बल्कि उसे टुकड़ों में बांटकर खुलेआम बेच भी रहा है। बताया जा रहा है कि राजस्व विभाग और निगम के कुछ अफसरों की मिलीभगत से उसके प्लॉट का नामांतरण भी किया जा रहा है, जिससे उसका मनोबल और बढ़ता जा रहा है।
सरकंडा क्षेत्र के मोपका के विवेकानंद नगर कालोनी पास स्थित एक बहुमूल्य जमीन से जुड़ा है, जहां नियमों को दरकिनार कर जमीन को टुकड़ों में बांटा गया है। निगम की ओर से बीते वर्ष सरकारी कर्मचारी आदर्श शुक्ला को कारण बताओ नोटिस भी भेजा गया था। नोटिस में स्पष्ट कहा गया था कि वह जिस जमीन पर प्लॉटिंग कर रहा है, वह न तो कॉलोनी के रूप में स्वीकृत है और न ही वहां प्लॉटिंग की अनुमति ली गई है। इसके बावजूद निर्माण कार्य जारी है।
तालाब पर भी किया कब्जा...
वहीं अब यह अवैध प्लाटिंग करने वाले तालाबों को भी नहीं बक्श रहे है।आपको बता दे कि जहां यह सरकारी कर्मचारी अवैध प्लाट काट रहा है वह आम जनता के लिए निस्तारी तालाब भी है जो जानवरों व आम जनमानस के लिए बनवाया गया है,पर यह भूमाफियाओं ने उसे भी घेर दिया है,जिससे न तो जानवरों को पानी पीने के लिए मिल पा रहा है और न आम जनता इसका कुछ लाभ उठा पा रही है वहीं प्रशासन के मौन रहने का कारण समझ नहीं आता कि प्रशासन इस ओर कब ध्यान देगी कि वह इन भी भूमाफियाओं पर ऐसे ही मेहरबान रहेगी।
सूत्रों का कहना है कि संबंधित कर्मचारी ने नियमों को ताक पर रखकर जमीन के कई टुकड़े बेच दिए हैं और शेष पर अभी भी प्लॉटिंग का कार्य जारी है। इतना ही नहीं, राजस्व विभाग के कुछ अधिकारियों की मौन स्वीकृति से उन टुकड़ों का नामांतरण भी हो चुका है, जिससे खरीदारों को वैध दस्तावेज भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। आरोप है कि राजस्व विभाग और नगर निगम के अफसर जानबूझकर इस पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, जिससे संदेह और गहरा गया है।
0 Comments