बिलासपुर 09 मार्च 2025।बिलासपुर नगर निगम की अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई। बिना किसी पूर्व सूचना के निगम की टीम ने एक बुजुर्ग दंपत्ति के घर की सीढ़ी तोड़ दी, जिससे वे 35 घंटे तक अपने ही घर में कैद रहने को मजबूर हो गए। यह मामला दयालबंद मुख्य मार्ग का है, जहां 70 वर्षीय व्यापारी दीपक प्रकाश तिवारी अपनी पत्नी ज्योति तिवारी के साथ रहते हैं। शुक्रवार दोपहर 12 बजे नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची और पहली मंजिल पर बने तिवारी दंपत्ति के घर की सीढ़ी को अतिक्रमण बताते हुए तोड़ दिया। जब दीपक तिवारी ने बिना नोटिस कार्रवाई पर आपत्ति जताई, तो टीम ने उनकी बात सुने बिना सीढ़ी गिरा दी और आगे बढ़ गई। इससे उनका घर से बाहर निकलने का रास्ता बंद हो गया, और वे 35 घंटे तक घर में फंसे रहे।
शनिवार को जब आसपास के लोगों को इस घटना की जानकारी मिली, तो उन्होंने नगर निगम की इस कार्रवाई का विरोध किया। इसके बाद नगर निगम आयुक्त अमित कुमार को मामले से अवगत कराया गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने तत्काल नई सीढ़ी लगाने के निर्देश दिए, जिसके बाद शनिवार रात 9 बजे फिर से सीढ़ी लगाई गई और बुजुर्ग दंपत्ति को राहत मिली।
दादागिरी से कार्रवाई का आरोप
दीपक तिवारी ने निगम की टीम पर दादागिरी और दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी एक भी नहीं सुनी गई। जब उन्होंने बिना नोटिस कार्रवाई करने पर सवाल उठाया, तो टीम के अधिकारी आक्रामक रवैया अपनाते हुए सीढ़ी तोड़कर चले गए।
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