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शहर में नशीली दवाओं की सप्लाई करने वाला गिरफ्तार, 16 साल से पुलिस को दे रहा था चकमा...


बिलासपुर 27 दिसंबर 2024।बिलासपुर शहर में नशीली दवाओं की सप्लाई करने वाले संजीव सिंह छाबड़ा उर्फ सुच्चा (53) को पुलिस ने जबलपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपित पिछले 20 सालों से नशे के कारोबार में सक्रिय था और पिछले 16 सालों से पुलिस को चकमा देकर भाग रहा था। एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि पुलिस ने हाल ही में नशीली दवाओं के कारोबार के खिलाफ अभियान शुरू किया था। इसी दौरान टिकरापारा निवासी सुच्चा सिंह के बारे में जानकारी मिली, जो नशे की दवाओं की सप्लाई करता था। पुलिस को पता चला कि आरोपित जबलपुर के परसवाड़ा इलाके में मकान बनवा रहा है। एसीसीयू की टीम ने वहां दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित ने स्वीकार किया कि वह शहर के अलावा अन्य राज्यों में भी नशीली दवाओं की सप्लाई करता था। गिरफ्तार आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसने नशे के कारोबार से अर्जित पैसों से नागपुर और जबलपुर में संपत्तियां खरीदीं। नागपुर में उसने दुकान और मकान खरीदे, वहीं जबलपुर में जमीन लेकर मकान बनवा रहा था। पुलिस को उसकी दिल्ली और अन्य राज्यों में संपत्तियों की भी जानकारी मिली है, जिसकी जांच की जा रही है।

शेयर मार्केट और बीमा में किया निवेश

सुच्चा ने नशे के कारोबार से अर्जित धन को शेयर मार्केट और बीमा पॉलिसियों में भी निवेश किया। पुलिस को इस संबंध में पुख्ता दस्तावेज मिले हैं। पूछताछ में पता चला कि उसने कंस्ट्रक्शन का काम शुरू किया था और इसकी आड़ में नशे के पैसों को वैध रूप से निवेश कर रहा था।

नशे के कारोबार का मास्टरमाइंड

सुच्चा सिंह ने शहर में नशे के कारोबार की शुरुआत की थी। उसने युवाओं को नशे का आदी बनाने के साथ-साथ नशे के कारोबारियों को संगठित किया। वह पर्दे के पीछे रहकर महिलाओं और बच्चों की मदद से कारोबार करता था। पुलिस की नजर में आने पर वह शहर छोड़कर अन्य राज्यों में भाग गया।

पुलिस की टीम में ये रहे शामिल

आरोपित की गिरफ्तारी के लिए सिविल लाइन सीएसपी निमितेष सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जबलपुर में ऑपरेशन चलाया। टीम में एसआई अवधेश सिंह, प्रधान आरक्षक आतिश पारिख, राहुल सिंह और अन्य अधिकारी शामिल थे।

अलग अलग थानों में दर्ज हैं मामले

एएसपी अनुज कुमार ने बताया कि सुच्चा सिंह के खिलाफ 2007 में कोनी थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। इसके अलावा तारबाहर, कोतवाली, सिविल लाइन और सरकंडा थानों में भी उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं। वह तखतपुर और रतनपुर क्षेत्रों में भी नशीली दवाओं की सप्लाई करता था।

संपत्ति होगी राजसात

एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि आरोपित की अवैध संपत्ति को राजसात करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह मामला मुंबई स्थित विशेष अदालत में ट्रांसफर किया जाएगा। इससे पहले गोदावरी उर्फ गिन्नी जांगड़े की संपत्ति का मामला भी इसी अदालत में भेजा गया है।

पुलिस की इस कार्रवाई से नशे के कारोबारियों पर शिकंजा कसा जा रहा है और अन्य आरोपितों की भी तलाश जारी है।

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