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नवरात्रि पर्व पर कामाख्या मन्दिर लिंगियाडीह बिलासपुर में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़,,,,,,पढ़े पूरी खबर...



बिलासपुर 22 अक्टूबर  2023। बिलासपुर कामाख्या मंदिर लिंगियाडीह में नवरात्रि पर्व आरंभ होते ही यहां आस पास के क्षेत्रों सहित दूर दूर से भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ जाती हैं, कई दशकों से यहां भगवान की पूजा अर्चना की जाती हैं, मन्दिर के पुजारी ने हमे बताया कि यहां नवमी मे जितनी भी कन्या यहां आती हैं, उनकी विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं,दान दक्षिणा देकर सम्मान पूर्वक कन्याओ को कन्या भोज कराया जाता है।
दस हजार से भी अधिक लोगो को भोजन कराएं गए हैं अधिक से अधिक लोगो को भोजन कराने का संकल्प मन्दिर परिवार की तरफ से संकल्प लिया गया है, यहां सभी लोगो को भोजन कराया जाता है साथ ही साथ सभी को हवन पुर्जा अर्चना के लिए समान रूप से अवसर दिया जाता है, यहां माता रानी के नौ सवरूपो का मंदिर बनाया गया है, जिसे दूर दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, जिसे देखकर मन प्रफुल्लित हो जाता हैं।


कामाख्या मन्दिर लिंगियाडीह बिलासपुर में साधना


     आसाम गौहाटी में स्थित स्थित कामाख्या मन्दिर के बाद छत्तीसगढ़ बिलासपुर में स्थित श्री मनहरण यादव निज सहायक  महिला आयोग रायपुर  अपने परिवार के सहित विगत 40 वर्षो से कामाख्या देवी की पूजा एवम दोनों नवरात्रियों में विधि विधान से ज्योति कलश प्रजलवित करते आ रहे हैं,जो 13 वर्ष की उम्र में कामाख्या गए थे।पूर्व में यह मंदिर छोटे रुप मे था लेकिन उनके द्वारा विगत वर्ष मंदिर का स्वयम जीर्णोद्धार कराया जाकर हैदराबाद से 7 टन की विशाल मूर्ति मंगवाकर प्राण प्रतिष्ठा कराई गई है जिसमे मन्दिर के प्रथम तल पर नव दुर्गा के नव स्वरूपों का भी मन्दिर स्थापित किया गया है आसाम में तो तांत्रिक सिद्धि के लिये बलि की प्रथा है किंतु यहां वैदिक रीति से पूरा यादव परिवार उत्साह सहित पूजा पाठ में तल्लीन रहता है यादव जी ने दस हजार लोंगो को भंडारा से भोजन कराने के संकल्प के साथ ही प्रति नवरात्रि में भंडारे का आयोजन किया जाता है।
   इसी मंदिर में हस्त शिल्प विकास बोर्ड के सेवा निवर्त सरजुबाग़ीचा बिलासपुर निवासी श्री रामशंकर शुक्ल जी  द्वारा विगत 12 वर्षो से बहुत सीमित स्थान में मां दुर्गा की भक्ति एवम शक्ति के प्रभाव से दिन रात जलते हुए ज्योति कलश के मध्य 50 डिग्री से अधिक तापमान में भी उत्पन्न दिव्य ऊष्मा के मध्य बिना किसी अवरोध के दुर्गा शप्तशती का पाठ एवम मंत्रो सहित दुर्गा जी का स्तवन करते है।पण्डित रामशंकर का यह कथन प्रेरणादायक है कि मैं शब्द में अहम की भावना रहती है किंतु मेरे द्वारा शब्द अकर्ता की भावना इनका सुदर्शन चैनल गाजियाबाद द्वारा ज्योति कलश के मध्य लिया वीडियो को देश विदेश के बहुतों ने सराहा है जिसका लिंक है PT RAMSHANKAR SHUKLA NAVRATRI 2017
 इनके द्वारा लिखी  प्रेरणादायक पुस्तक असम्भव के विरूद्ध को अमेजॉन द्वारा 5 स्टार की रेटिंग मिलने को ये उनकी कृपा मानते हैं

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