बिलासपुर 14 अप्रैल 2023।बिलासपुर शहर में सट्टे के अवैध कारोबार के हाइटेक होने के बाद से तारबहार थाना क्षेत्र में बड़ी संख्या में युवाओं का इस ओर रूझान बड़ने लगा है। तारबहार पुलिस का सट्टे पर कोई अंकुश नहीं है।एक तरफ बिलासपुर पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने शहर में अवैध कारोबार पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के आदेश दे रखे है तो वही पुलिस अधीक्षक के आदेश को दरकिनार कर तारबहार थाना क्षेत्र में खुलेआम सट्टे का अवैध कारोबार संचालित हो रहा है।
(तारबहार चौक)
सूत्र बताते है की कोई छाबड़ा खाइवाल पूरे तारबहार थाना क्षेत्र में सट्टे का बाजार चला रहा हैं।आपको बता दें कि पुराना बस स्टैंड,व्यापार विहार,विधानगर के गायत्री मंदिर के पास, तारबहार नाका चौक में इस सटोरिए के लड़के खुले आम सट्टे के नंबर लिखते देखे जा रहे है। इन सबके बीच तारबहार पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है। पुलिस का सटोरियों के विरूद्ध कोई एक्शन न लेना कहीं न कहीं सवालियां निशान खड़ा करता है।
जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि सट्टे के कारोबार को चरमसीमा पर पहुंचाने में पुलिस का भी बराबर का हाथ है। इस बीच सूत्रों से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि जिस तरह से शहर के तारबहार थाना क्षेत्र में हाइटेक सट्टे का संचालन किया जा रहा है, इसमें छाबड़ा खाईवाल तारबहार क्षेत्र में चार से पांच जगहों पर ऑनलाइन सट्टे को संचालित कर रहा हैं।ग्राहकों से ऑफलाइन पट्टियां भी ली जा रही है।इधर सट्टे के नशे में युवा वर्ग तबाह हो रहा है। नई पीढ़ी भविष्य की चिंता करने की बजाय एक के 80 करने में किस्मत आजमाते हुए बर्बाद हो रही है।घरों में आर्थिक समस्याओं के उत्पन्ना होने से क्लेश बढ़ रहे हैं। विवाद की स्थिति बन रही है।
इस तरह सट्टे के अवैध कारोबार ने कई परिवारों का जीना मुहाल कर रखा है। इस अवैध कारोबार को रोकने की जिम्मेदारी जिन कंधों पर है वो बढ़ावा दे रहे हैं। जागरूकजनों का कहना है कि यदि तारबहार पुलिस ने समय रहते सट्टे के कारोबार पर रोक नहीं लगाई तो नई पीढ़ी का जीवन पूरी तरह बर्बाद होने में देर नहीं लगेगी।
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