बिलासपुर 17 फ़रवरी 2023। बिलासपुर पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के द्वारा सभी राजपत्रित अधिकारियो व थाना प्रभारियों को अवैध नशे,जुआ, सट्टा,अवैध कबाड़ के विरुद्ध कार्यवाही करने के सख़्त आदेश जारी किए गए है। जिसके बाद भी पुलिस सरकंडा के चर्चित कबाड़ी को अभयदान दे रखी है। मामला समझ से परे है ?
देर रात प्रतिदिन निकाले जाते है कबाड़ से भरे ट्रक...
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकंडा क्षेत्र के चर्चित कबाड़ी के द्वारा प्रतिदिन रात कबाड़ से भरे हुए ट्रक सरकंडा से होते हुए बाहर निकाले जाते है। चर्चित कबाड़ी की गाड़ीयां शहर के सरकंडा से निकलकर सिविल लाइन थाना चकरभाटा थाना हिर्री थाना के रास्ते रायपुर तक पहुंचती है। लेकिन रात में ड्यूटी देने वाली पुलिस भी इन्हें छूने से कतराती है सवाल इस बात का है की पुलिस की जानकारी में होने के बाद भी कबाड़ से भरे ट्रक बाहर कैसे जाते है, अब सवाल यह उठता है कि जब पुलिस अपराध पर लगाम लगाने के लिए नशे का भाग एवं अन्य अपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए दिन रात प्रयास कर रही है पर रसूखदार कबाड़ी कि इस तरह से चलाई जा रही व्यापारिक गतिविधियों पर पुलिसिया डंडा क्यों नहीं पड़ पा रहा है, या फिर बिलासपुर के सिंघम एसपी को धोखा देकर कुछ खाकी वर्दी वाले अपनी जेब मोटीकर कबाड़ी को फायदा पहुंचाने में लगे हुए है।
कौन है चर्चित कबाड़ी का चिड़िमार जो खाकी पर डालता है डोरे?...
विश्वसनीय सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि आजकल चर्चित कबाड़ी के साथ खुद को वाइट कॉलर समझने वाला चिड़ीमार उसके लिए अलग-अलग थानों के चक्कर लगाता नजर आता है। इतना ही नहीं उस चिड़ीमार ने पहले भी कई खाकी वर्दी वालों पर डोरे डाले थे लेकिन लगातार होती कार्रवाई पर कबाड़ी को और चिड़ीमार की विश्वसनीयता समझ नहीं आ रही है,लेकिन खाकी वर्दी के आसपास मंडराने वाला चिड़ीमार अपने मालिक को विश्वास दिलाने के लिए हवा हवाई मेहनत करता नजर आता है।वहीं अब बड़ा सवाल यह है कि संतोष सिंह के बिलासपुर एसपी बनने के बाद बदली छवि को दागदार करने में वह सफल हो पाता है या फिर अपने मालिक की जी हजूरी करने वाला चिड़ीमार और चर्चित कबाड़ी पुलिस के डंडो के नीचे अपनी काली करतूतों को बंद करेंगे या फिर उनका यह काला धंधा यूं ही फलता फूलता रहेगा?
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