बिलासपुर 18 दिसंबर 2022। बिलासपुर संजू त्रिपाठी गोली हत्याकांड ने न्यायधानी समेत छत्तीसगढ़ को कांपने पर मजबूर कर दिया था, सकरी क्षेत्र में गोलियों की गूंज और उसके बाद दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को सहमे पर मजबूर कर दिया, वही इस घटना के बाद पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी थी और आखिरकार उन्हें सफलता हाथ लगी है और रविवार को बिलासपुर पुलिस ने गोली हत्याकांड के मामले में पत्रकारवार्ता कर बिलासा गुड़ी में मामले की जानकारी दी जिसमें उन्होंने बताया की इस पूरी घटना में कपिल खुद घटना स्थल में नही था।
रविवार की शाम पुलिस ने बताया कि संजू त्रिपाठी के पिता जय नारायण त्रिपाठी और सगे भाई कपिल त्रिपाठी सहित दूसरे रिश्तेदारों और साथियों ने मिलकर साजिश रची और घटना को अंजाम दिया।पैतृक संपत्ति के विवाद को लेकर हत्या हुई है। मामले में पुलिस ने जय नारायण त्रिपाठी ,कपिल त्रिपाठी, सुनीता निर्मलकर ,प्रेम श्रीवास ,अमन गुप्ता ,भरत तिवारी आशीष तिवारी ,रवि तिवारी ,और राजेंद्र सिंह ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है अभी भी संजू को गोली मारने वाले शूटर पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं।
पुलिस ने इस वारदात के बाद 100 से अधिक स्थानों पर मोबाइल टावरों का कॉल डाटा छान मारा। 50 से अधिक टोल प्लाजा में सीसीटीवी कैमरों की छानबीन की। मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र दिल्ली और छत्तीसगढ़ में 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरा को बारीकी से देखा। पुलिस ने इस मामले में 2 नग पिस्टल एक कट्टा जप्त किया है।
बता दें फार्म हाउस से घर लौट रहे हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी पर अंधाधुंध फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी गई। करीब 12 साल बाद फिर शहर में हुए इस तरह के गोली कांड से शहर एक बार फिर से सहम गया। इस मामले में दो पिस्टल से फायर किए जाने की बात सामने आई और पेशेवर हमलावरों पर संदेह किया जा रहा था। 12 साल पहले 19 दिसंबर को पत्रकार सुशील पाठक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके आरोपियों को आज तक पकड़े नहीं जा सके है। वहीं बुधवार को हुई इस घटना ने एक बार फिर शहर को हिला दिया।
सकरी बाईपास चौक स्पीड ब्रेकर पर संजू की कार धीरे हुई थी।उसी समय पहले से उसका इंतजार कर रहे कार सवारों ने अपनी गाड़ी को उसके सामने लाया और दोनों तरफ से संजू पर गोलियां बरसा दी। जिससे संजू त्रिपाठी की मौके पर मौत हो गई। हिस्ट्रीशीटर संजू पर शहर के अलग-अलग थानों में करीब 28 अपराधिक मामले दर्ज थे । इसमें हत्या की कोशिश से लेकर अपहरण बलवा जैसे कई गंभीर अपराध थे।पुलिस के मुताबिक उसने 1992 में पहला अपराध किया और उसके बाद से वह सिलसिलेवार लगातार अपराधिक मामलों में शामिल रहा।
बुधवार को सकरी में दिनदहाड़े हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की हत्या में इस्तेमाल शूटर्स की कार और एक स्कॉर्पियो को पुलिस ने बरामद किया बलेनो कार कोटा रोड भरनी पर सदा गांव में पूरी रोड पर मिली जबकि स्कॉर्पियो भिलाई से बरामद की गई। हमलावर कार से कोटा रोड तक गए थे। फिर स्कॉर्पियो में बैठकर भिलाई की ओर भागे जांच में पता चला कि कार का नंबर प्लेट बदला गया था।पुलिस को मृतक के भाई कपिल त्रिपाठी उसके पिता जयनारायण त्रिपाठी पर सुपारी किलिंग का संदेह था। इस आधार पर कपिल की तलाश की जा रही है और उसके पिता ,पत्नी और साले से थाने में पूछताछ चल रही थी।
फार्म हाउस में प्लानिंग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संजू की हत्या की पूरी प्लानिंग अमेरी के एक फार्म हाउस में की गई। शूटर 1 सप्ताह से यहां रुके थे और वह लगातार संजू की रेकी कर रहे थे । पुलिस भी इस एंगल से जांच कर रही थी और यहां आने जाने वाले लोगों की जानकारी जुटाने लगी।फार्महाउस से बड़ी मात्रा में शराब की खाली बोतलें डिस्पोजल और सिगरेट के रेपर मिले।
चार गोली बॉडी से निकाली,बाकी अंदर फंसी
गुरुवार को संजू त्रिपाठी का पोस्टमार्टम सिम्स में हुआ। यह करीब 3 घंटे चला। पहले डेड बॉडी का एक्सरे कराया गया ताकि यह पता चल सके कि गोलियां कहां कहां फंसी हैं। एक्स-रे में भी ज्यादा स्पष्ट जानकारी डॉक्टरों को नहीं मिली। एक्सरे में पेट में चार से पांच बुलेट, सीने में तीन से चार बुलेट, कंधे में 1 सिर और जबड़े में 3 बुलेट नजर आई।लेकिन डॉक्टर सिर्फ चार बुलेटिन निकाल सके। शेष बॉडी में ही फंसी रह गई पुलिस की मानें तो बॉडी से 7.62 एमएम की बुलेट मिली है जो किसी पिस्टल से चलाई गई होगी।
एसएसपी ने बनाई 22 सदस्य टीम
संजू त्रिपाठी हत्याकांड सुलझाने के लिए बिलासपुर एसएसपी पारुल माथुर ने 22 सदस्य टीम का गठन किया। इसमें एएसपी दीपमाला कश्यप के अलावा सीएसपी संदीप पटेल, परिवेश तिवारी, टीआई हरविंदर सिंह, फैसल शाह ,प्रभाकर तिवारी, सागर पाठक ,मनोज नायक एसआई अजय बारे, एसआई जीवन साहू और स्टाफ शामिल थे. इन्हें अलग-अलग क्षेत्र में जांच का जिम्मा सौंपा गया।
लंबे समय से प्लानिंग
जांच में इस हत्याकांड की सुई हर तरफ से मृतक के भाई कपिल त्रिपाठी पर ही ठहर रही पुलिस ने अब तक जितने संदेशों को पकड़कर पूछताछ की उन सभी ने कपिल की भूमिका संदिग्ध बताई। यह भी कहा है कि कपिल लंबे समय से संजू को मारने की योजना बना रहा था। पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्र में ऐसे कई संदेशों को पकड़ा वही कुछ संदेही कपिल के गायब होते ही भूमिगत भी हो गए।
दत्तक पुत्री से अवैध सम्बंध
संजू त्रिपाठी हत्याकांड की गुत्थी शुक्रवार तक करीब करीब सुलझती हुई हुई नजर आ रही थी। मामले में पिता भाई से लेकर दर्जन भर लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही। पुलिस के अनुसार दत्तक पुत्री से पिता और मृतक के अवैध संबंध थे जो हत्या की प्रमुख वजह के रूप में सामने आए। इसके अलावा संपत्ति विवाद भी हत्या का एक कारण बना है। पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया।
बात समझ से परे मुख्य आरोपी जिन्होंने संजू को गोली मारी वो शूटर पुलिस की गिरफ्त से बाहर...
संजू त्रिपाठी गोलीकांड मामले में जिन लोगो ने संजू को गोली मारी? जिन लोगो को साजिश करताओ ने सुपारी दी वो लोग अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है? ये बात कुछ हजम नही हुई पुलिस ने सभी षड्यंत्रकारों को गिरफ्तार कर लिया है पर जिन लोगो ने गोली मारी उन तक पुलिस क्यों नही पहुंच पाई ?और जिस थार गाड़ी को जप्त किया गया है,जिस थार गाड़ी का उपयोग मुख्य षड्यंत्रकारी कपिल त्रिपाठी को बाहर छोड़ने के लिए उपयोग किया गया था ,उस थार गाड़ी के मालिक को पुलिस ने पकड़ कर क्यों छोड़ दिया बात समझ से परे है? सूत्रों के मुताबिक इस मामले कही सेटिंग तो नही कि जा रही है क्योंकि पुलिस अधिकारियों द्वारा जो 22 पुलिस कर्मियों की टीम बनाई गई है उसमे कुछ पुलिस कर्मी ऐसे भी है जिन पर पुलिस के उच्च अधिकारी के नाम से पैसे वसूली करने के आरोप लग चुके है।इस हिसाब से तो मामला समझ से परे है?एक कहावत बहुत ही प्रसिद्ध है की ,,, पैसा बोलता है,,,?
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