मुख्य अतिथि सुश्री उइके ने संबोधित करते हुए महिलाओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि महिलाएं सभी क्षेत्रों में अच्छा कार्य कर रही है। महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराकर मिथकों को तोड़ा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बहनें बहुत सशक्त है। उन्होंने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। उन्होंने अनेक विदुषी महिलाओं सहित अपने व्यक्तिगत संघर्षाें की मिसाल देते हुए कहा कि पल प्रति पल हमें अपने सपनों को साकार करने के लिए लड़ना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जीवन में मुसीबतों के क्षण में भी हमें अपना आत्मविश्वास चट्टानों की तरह मजबूत रखना चाहिए।
मजबूत और बेहतर समाज में महिलाएं नींव का कार्य करती है। महिलाएं जितनी मजबूत होगी, परिवार और समाज भी उतना मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि इच्छा शक्ति प्रबल हो तो, आप को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। जीवन में हमेशा सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिए। राज्यपाल ने जिन महिलाओं को सम्मानित किया उनमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारूल माथुर, चौकसे इंजीनियरिंग कॉलेज की डॉयरेक्टर श्रीमती पलक जायसवाल, पं. सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय की सचिव डॉ. इंदू अनंत, कैपेलो सैलून की डॉयरेक्टर श्रीमती शोभा पाठक, छ.ग. ग्राम एकता मंच की जिलाध्यक्ष कुमारी विजया रानी, जिला पंचायत मुंगेली की सदस्य श्रीमती शीलू साहू, प्रजापिता ब्रम्हकुमारी बिलासपुर संस्थान की प्रभारी सुश्री स्वाति दीदी, चैतन कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. शैली ओझा, सामाजिक कार्यकर्ता सुश्री मोनिका इजारद, निदान संस्थान की डायरेक्टर डॉ. सुषमा सिंह, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. उज्जवला करारे एवं बचपन प्ले स्कूल की डायरेक्टर डॉ. किरण सिंह शामिल है।
इस अवसर पर अटल बिहारी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरुण दीवाकर नाथ वाजपेयी, संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग, पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे ।
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