रायपुर 12 नवंबर 2021।छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चाकूबाजी की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगा पाने में राजधानी पुलिस नाकाम सी साबित होती नजर आ रही है।
सूत्रों की माने तो राजधानी में त्योहारी सीजन में अब तक दस चाकूबाजी की बड़ी घटनाएं घट चुकी है जिसमे दो युवकों की मौत और आठ से अधिक लोगो को गंभीर चोटे आई है।
जिसमे की सबसे अधिक चाकूबाजी की घटनाये थाना कोतवाली क्षेत्र में घटित हुई है।सूत्रों की की माने तो जब चाकूबाजी के मामले को लेकर आंकड़े निकले गए तब जनवरी माह से लेकर सितंबर माह तक राजधानी रायपुर में 206 चाकूबाजी के मामले घटित होने नजर आये है।
जिले के 31 थानों में से कोतवाली थाना क्षेत्र चाकूबाजी की घटनाओं में नंबर वन पर रहा है क्योंकि सबसे ज्यादा चाकूबाजी के मामले इसी थाना क्षेत्र में घटित हुए है।जबकि आपको बता दे कि तीन थाना क्षेत्रो में एक भी चाकूबाजी के मामले नही हुए है जिसमे की मोहदापारा,रांझी व नवापारा थाना क्षेत्र है जहाँ एक भी चाकूबाजी की घटना नही घटी है।
जबकि रायपुर पुलिस कुछ समय पहले ऑनलाइन चाकू मांगाने वालों पर कार्यवाही कर चुकी है, जिसमे की लगभग 800 सौ नग से अधिक चाकू रायपुर पुलिस ने कार्यवाही कर जप्त किया था। जिसमे की ऑनलाइन चाकू मांगाने वालों में सबसे ज्यादा नाबालिक थे जिन्हें पुलिस के द्वारा उनके परिजनों के सामने समझाइस देकर छोड़ दिया गया था। पर अब चाकूबाजी की घटनाओं को अंजाम देने में सबसे ज्यादा नाबालिक ही शामिल है।
लगता है कि चाकूबाजी की बड़ती घटनाओं पर अंकुश लगा पाने में रायपुर पुलिस नाकाम साबित हो रही है।क्या रायपुर पुलिस बढ़ते अपराधों पर अंकुश नही लगा पा रही है।आज हर आम नागरिक पुलिस के रहते हुए भी ख़ौफ़ की जिंदगी जी रहा है क्योकि अपराधी बेख़ौफ़ किसी भी बड़ी घटनाओं को खुले आम अंजाम देते फिर रहे है और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। राजधानी पुलिस बढ़ते अपराधों व अपराधियों पर कब तक अंकुश लगा पाने में कामयाब होती है, या फिर राजधानी अपराधो का गढ़ बन कर रह जाएगा।
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