बिलासपुर 23 अगस्त 020l । छत्तीसगढ़ का प्रसिद्ध भोजली पर्व पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया गया ।
बिलासपुर जिले के भी सभी गांव में आज दोपहर बाद भोजली पर गाए जाने वाले गीत दुखी मन से गाते रहे। बिलासपुर रतनपुर मार्ग पर सेन्दरी के समीप स्थित ग्राम कछार में भी आज गमगीन वातावरण मे भोजली पर्व मनाया गया । यह वही गांव है जहां 3 दिन पहले अवैध रूप से माटी और रेत का उत्खनन करने वालों के चलते एक मासूम की मौत हुई थी।।
और आज तक इस मौत के जिम्मेदार जिनका नाम सभी लोग जानते हैं उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके चलते इस बार गांव की भोजली फीकी रही। मासूम की मौत से गांव में पसरे दुख के बावजूद भोजली की परंपरा का निर्वहन किया गया। गांव के बजरंग चौक से अरपा नदी के तट तक जाकर भोजली का विसर्जन किया।
इस दौरान गांव के सभी ग्रामीण इस बात को लेकर आक्रोश जाहिर कर रहे थे कि पुलिस, राजस्व और खनिज विभाग के अधिकारियों ने मासूम आयुश यादव की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के साथ सांठगांठ कर मामले की लीपापोती कर दी है।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि खनिज पुलिस और राजस्व विभाग के अमले में जरा भी लाज-शरम बाकी होगी तो वे कछार में हुई मासूम की मौत के जिम्मेदार लोगों को सीखचों के पीछे धकेलने की पहल करेंगे।
वरिष्ठ पत्रकार शशिकांत कोन्हेर की रिपोर्ट
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