इन दिनों त्योहर का माहौल है, वहीं कुछ असामाजिक तत्व इसका फायदा उठाकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने से भी नहीं चूकते। तेज आवाज में डी जे की धुन पर शराब व अन्य नशे का सेवन कर शहर में शक्तिप्रदर्शन करते आसानी से नजर आते हैं। पुलिस के कुछ जवान केवल लाठी लेकर चौक-चौराहों पर नजर आते हैं। वह भी बेबस , पूछने पर यदा-कदा बता देते हैं कि यह लाठी अपराधियों पर बरसाने के लिए नही सिर्फ दिखाने के लिए है।
ऐसा ही नजारा इन दिनों सरकंडा थाना क्षेत्र का है। यहां सब ओपन है! चाहे त्योहर के बहाने युवा असमाजिक तत्व का डी जे हो, अवैध कबाड़ का कारोबार हो, जरायन पेशा करने वाले लोग हों, सटोरिये हों, जुआ खिलाने वाले लोग हों या अन्य आपराधिक गतिविधियों से जुड़े लोग हों । सरकंडा पुलिस इस पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है। तभी तो सरकंडा क्षेत्र में अपराध पर विराम नहीं लग पा रहा है।
पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारियों को इस क्षेत्र में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। तभी अपराध का ग्राफ इस एरिया से कम हो पायेगा। जनसामान्य भी बड़े अधिकारियों के दखल की चेष्टा रखते है ।
0 Comments