बिलासपुर 03 जुलाई 2021।न्यायधानी में केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ गरीबों को पहुचाने के बजाए सरकारी योजनाओं का लाभ घूसखोर अधिकारी व कर्मचारियों के द्वारा ऐसे लोगो को दिया जा रहा है जो हकीकत में उस योजना के लाभ पाने योग्य नही है और ऐसे लोगो को योजनाओं का लाभ दिया गया है जो इस योजना के लायक नही है वही जो गरीब है जो बेघर है जिन लोगो को प्रथम दृष्टया से घरों की आवश्यकता है उनको सरकारी योजना का लाभ नही मिल पा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गरीबों के लिए जनधन योजना,आवास योजना एवं आर्थिक सहायता के लिए मुद्रा लोन योजना की शुरुआत की जा चुकी है।जिसके बाद भी देश के न्यायधानी में गरीब सड़को पर रहबसर कर रहे है। आपको बता दे बिलासपुर कलेक्टर सारांश मित्तर द्वारा लॉक डाउन के वक्त स्वयं जाकर बस स्टैंड में रहबसर करने वालो को खाना खिलाने वालो के समर्थन में योगदान दिया गया था किंतु कलेक्टर महोदय सड़को पर रहबसर करने वाले लोगो को सरकारी योजना का लाभ दे पाने में असमर्थ नजर आ रहे है।आज न्यायधानी के जिलाधीश कार्यालय के सामने एक बुजुर्ग बरसात में भीगता नजर आया,जिसे देखकर दुकानदार द्वारा पत्रकारो को इसके बारे में आवाज उठाने के लिए कहा गया तो पत्रकारो ने बरसात के पानी मे भीगने वाले वृद्ध से पूछा कि आप पानी मे क्यो भीग रहे है तो बुजुर्ग ने बताया कि मैं रिक्शा लेने के लिए यहा आया हु,पत्रकारों ने पूछा कि आप रिक्शा लेने कहा आए है तो वृद्ध ने बताया सरकारी योजना वाला,जिसके बाद वृद्ध का नाम पूछा गया तो वृद्ध ब्यक्ति ने बताया कि मेरा नाम कन्हैया है मैं जूना बिलासपुर में रहता हूं मेरा घर टूट गया है रहने का ठिकाना नही है।
आपको बता दे केंद्र सरकार की तमाम योजनाओ का लाभ अधिकांश उन लोगो को दिया जा रहा है जो घूसखोर अधिकारियों को पैसा खिलाते है जिन लोगो को हकीकत में लाभ देना चाहिए वो केवल दफ्तरों के चक्कर काटते नजर आते है।
लॉक डाउन में न्यायधानी में सड़कों पर रहबसर कर रहे लोगो का हाल अत्यंत ही दयनीय रहा है। धन गुरु नानक दरबार मे सेवा देने वाले सेवार्थीयो द्वारा सुबह शाम सड़को पर रहबसर करने वाले हजारों लोगों को खाना खिलाया गया है जिससे आप अंदाजा लगा सकते है कि न्यायधानी में कितने हजार लोग सड़कों पर सरकार की तमाम योजनाओं के बाद भी रहबसर कर रहे है। अब आगे देखना होगा कि देश मे गरीबो की गरीबी कब मिटती है और प्रतिव्यक्ति गरीबो को जिनके पास स्वयं का एक भी आवास नही है जो सड़को पर रहबसर कर रहे है। अब देखने वाली बात है कि उनको कब आवास आबंटन किया जाता है।
0 Comments