बिलासपुर। भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष श्री धीरेंद्र दुबे के द्वारा 1 सप्ताह के भीतर जिले में बिजली तार के करंट की चपेट में आकर हुई दो ग्रामीणों की मौत के लिए विद्युत मंडल को जिम्मेदार ठहराया है। श्री धीरेंद्र दुबे ने कहा कि भारतीय किसान संघ के द्वारा लगभग 1 माह पूर्व 18 अगस्त 2020 को बिलासपुर कलेक्टर को एक ज्ञापन देकर उनका ध्यान जगह-जगह बिजली के लटकते तारों और झुके हुए खंभों की ओर आकृष्ट किया था। ज्ञापन में कलेक्टर से आग्रह किया गया था कि वे सीएसईबी के अधिकारियों को निर्देश देकर जिले में जगह-जगह लटक रहे बिजली के तार और झुके हुए थे तथा जर्जर बिजली के खंभों को ठीक करने की पहल करें। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। 18 अगस्त सन 2020 को दिए गए इस ज्ञापन में जिला प्रशासन का ध्यान ट्रांसफार्मर ओवरलोड, अघोषित बिजली कटौती, विद्युत तार का जर्जर होना एवं और ऊंचाई से नीचे आ जाना तथा खंभे झुके होने की ओर आकृष्ट किया गया था। इस ज्ञापन में विद्युत मंडल की इस लापरवाही के कारण जान माल की आशंका की और भी जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करते हुए विद्युत मंडल से तत्परता पूर्वक इसमें सुधार लाने का आग्रह किया गया था। लेकिन इस ज्ञापन की ओर ना तो जिला प्रशासन ने ध्यान दिया और न विद्युत मंडल के अधिकारियों ने। जिसके कारण बीते एक सप्ताह के भीतर विद्युत तार के करंट की चपेट में आकर दो ग्रामीणों की मौत हो गई। 23 सितंबर को बिल्हा ब्लॉक के खमतराई के कृषक गुरू प्रसाद साहू के ऊपर बिजली का तार टूट कर गिर गया जिससे उनकी मौत हो गई। इसी तरह 25 सितंबर को ग्राम गुरु विकासखंड बिल्हा की बिसाहिन बाई मरकाम मरकाम 7 दिनों से झुकी हुई एलटी लाइन की चपेट में आकर अपने प्राण गंवा बैठी। भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष श्री धीरेंद्र दुबे ने बिजली विभाग की लापरवाही के कारण अपनी जान गंवाने वाले ग्रामीणों के परिजनों को तत्काल मुआवजा दिलाने की मांग जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से की है।
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