तालाबंदी का दौर खत्म होते ही लोग बाजारों, रेस्टोरेन्ट एवं अन्य भीड़ वाले इलाकों में झूम गए। सड़कों पर दो पहिये से लेकर चार पहिया वाहन इतनी तेजी से दौड़ते नजर आए मानों आज ये लोग किसी कैद से आजाद हुए हों। मजबूर तो सभी हैं पर अपनी जान की परवाह करना और शासन-प्रशासन के नियमों का पालन करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है।
सरकार ने इस अगस्त महीने से लेकर आगामी अक्टूबर महीने तक गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को मुफ्त में खाद्य सामग्री देने का एलान किया है। इसके बावजूद लोगों का हुजूम बाजारों में उमड़ पड़ा है।
बताना जरूरी है कि कोरोना नाम की वैश्विक महामारी से बचने सरकार ने कुछ नियमों की जानकारी आमजनों को दी है। इसका पालन ही कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय है।
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