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बड़ी खबर:तीन नकाबपोस लुटेरों ने लूट की नीयत से ज्वेलर्स की दुकान के मालिक पर कट्टे से जांघ पर मारी गोली...,जिला पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल...,विशेष टीम दे रही सट्टे खाईवालों को सरक्षण...


बिलासपुर 21 अप्रैल 2022।बिलासपुर शहर में आज दोपहर तकरीबन 2:30 बजे गोड़पारा के भीड़भाड़ वाले बाज़ार में दीपक ज्वेलर्स नाम की सोनार दुकान में तीन नकाबपोश लोग घुस आए और कट्टा दिखाकर गहने और नकद लूटने की कोशिश की। लुटेरों से हुई खींचतान में संचालक दीपक सोनी की जांघ के पर एक गोली लगी।

गहने न लूट पाने की स्थिति में तीनों लुटेरे वहां से भागने लगे। तब तक शोर मच गया जिससे आसपास के लोग इकट्ठे होने लगे। दो लुटेरे भागने में कामयाब हो गए लेकिन एक को मौके पर मौजूद लोगों पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर इलाज के लिए सिम्स में भर्ती कराया गया है।

घायल दुकान संचालक 33 वर्षीय दीपक सोनी की जांघ में नकाबपोशों ने गोली मारी है, उन्हें इलाज के लिए अपोलो में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक दीपक सोनी की हालत खतरे से बाहर है।

(पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर घायल का हालचाल देखने पहुची अस्पताल)

घटना स्थल से दो कट्टे, एक चाकू, एक ज़िंदा कारतूस और एक कारतूस का ख़ाली खोखा बरामद हुआ है।

फरार हो गए दो नकाबपोशों में से एक को बिलासपुर रेल्वे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया है। ये शालीमार एक्सप्रेस से भागने की कोशिश कर रहा था। एक अन्य नकाबपोश की भी पहचान कर ली गई है उसकी तलाश अब भी जारी है।

घटना की सूचना मिलते ही ज़िले के आई जी रतनलाल डांगी, एस पी पारुल माथुर, एडिशनल एस पी उमेश कश्यप, कोतवाली सीएसपी स्नेहिल साहू, सीएसपी सिविल लाईन मंजुलता बाज, एंटी क्राईम एवं सायबर यूनिट के प्रमुख हरविंदर सिंह समेत कई थानों के थानाप्रभारी मौके पर पहुंचकर छानबीन करते नज़र आए।

पुलिस ने आशंका जताई है कि ये तीनों नकाबपोश प्रदेश के बाहर के हो सकते हैं। 

राज्यपाल का शहर प्रवास और जेब में कट्टा लिए घूमते नकाबोश

उल्लेखनीय है कि प्रदेश की राज्यपाल अनुसुइया उईके बीते दो दिनों से बिलासपुर प्रवास पर हैं यहां वे कुछ आयोजनों में शामिल होने आई हैं। राज्यपाल के प्रवास के दौरान बीच बाज़ार में दिनदहाड़े ऐसी घटना रही है, बीच शहर में बाईक सवार नकाबपोश बंदूकें जेब में लिए घूम रहे हैं। 

बीती 25 फ़रवरी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शहर प्रवास के दौरान भी चाकू मारकर एक नाबालिग की हत्या कर दी गई थी।

इन घटनाओं से एक बात तो साफ़ जाहिर है कि ज़िले की पुलिस का खुफिया और सूचना तंत्र पूरी तरह फेल साबित हुआ है। आखिर ये गोलियां, देसी कट्टे और डीज़ाइनदार चाकू इतनी आसानी से शहर में आ कैसे जाते हैं। 

अफवाह है कि विशेष टीम पैसा बटोरने में व्यस्त है इसलिए अपराध नहीं रोक पा रही

पूरे शहर में हर जगह इसी बात की चर्चा हो रही है कि गंभीर अपराधों को रोकने के लिए बनाई गई पुलिस की विशेष टीम आईपीएल सट्टे के खाईवालों को संरक्षण देने में व्यस्त है तो अपराध तो बढ़ने ही हैं।

खाईवाल ने दो पुलिस अधिकारियों का नाम लेकर बताया कि फलाने साहब को बराबर पैसा पहुंचा रहा हूं।

आईपीएल सट्टे के खाईवालों को मिल रहा ये संरक्षण इतना खुलेआम है कि कुडुदंड क्षेत्र का एक खाईवाल अब फोनपर पत्रकारों के सामने ही छाती चौड़ी कर के पुलिस के दो अधिकारियों का नाम लेकर कह रहा था कि मैंने ऊपर पैसा पहुंचा दिया है इसलिए पुलिस का कोई डर नहीं, आराम से अपना काम चल रहा है। हमारे सूत्र ने बताया कि इन खाईवालों को तीन आसान किस्तों में लगान जमा करने की सुविधा दी गई है। इन किस्तों को 40/40/20 के अनुपात में बांटा गया है।

ज़िले की पुलिस पर लग रहे इस तरह के आरोपों ने पुलिस की इज़्ज़त की पूरी मिट्टीपलीद कर दी है।

हालांकि जनता ये सोचकर ख़ुद को तसल्ली दे सकती है कि मंहगाई बहुत बढ़ गई है, गैस, पेट्रोल सबकुछ मंहगा हो गया है। शायद पुलिस के अधिकारी भी इस मंहगाई के बोझ से उबरने के लिए मजबूरी में ऐसा कर रहे हों ??? आख़िर वो भी इंसान हैं बाकियों की ही तरह यदि वे भी चुपके से थोड़ी सी हेराफेरी कर रहे हैं तो इसमें गलत ही क्या है???

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