बिलासपुर 07 दिसंबर 2021।बिलासपुर हेमुनागर निवासी मोहनलाल जैसवानी का आरोप है, कि उनके परिवार की महिलाओं व अन्य सदस्यों के साथ होटल ग्रैंड अम्बा के संचालकों द्वारा हुई मारपीट की एफआईआर करवाने वे शाम 4 बजे से सिविल लाईन थाने में बैठे हैं लेकिन पुलिस उनकी एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है।
मोहनलाल जैसवानी ने बताया कि सिविल लाइन थानेदार मारपीट करने वाले होटल संचालकों का पक्ष ले रहे हैं और हम पर दबाव बना रहे हैं कि तुमलोग समझौता कर लो तुम लोगों ने ग़लत जगह पार्किंग की थी इसलिए मारपीट हुई है।
पार्किंग की मामूली बात के नाम पर शुरू हुआ विवाद...
शहर के पुराना बस स्टैंड के पास स्थित होटल ग्रैंड अम्बा में आज नविंद्र कुमार साव (मंगला) और मोहन लाल जैसवानी (हेमू नगर) दोनों परिवारों के बीच शादी समारोह चल रहा था। कार पार्किंग की मामूली बात पर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि नौबत मारपीट तक आ गई।
घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें होटल प्रशासन के लोग जैसवानी परिवार की महिलाओं और पुरुषों को बुरी तरह पीटते नज़र आ रहे हैं।
उल्टे प्रार्थी पक्ष को ही थाने में बिठा लिया गया है...
प्रार्थी जैसवानी परिवार का कहना है कि वे लोग घटना के तुरंत बाद ही थाने आ गाय थे। लेकिन थाना प्रभारी ने आरोपियों पर कारवाई करने के बजाए प्रार्थी पक्ष के ही एक व्यक्ति को कई घंटों से थाने में बिठा रखा है।
एफआईआर न करने की सिविल लाइन थाना प्रभारी की ज़िद...
एक बात समझ से बिल्कुल परे है कि सिविल लाइन थाना प्रभारी महोदय प्रार्थी पक्ष की एफआईआर लिखने की बजाए समझौता कर लेने पर इतना ज़ोर क्यों दे रहे हैं। प्रार्थियों ने सिविल लाइन थाना प्रभारी से सबके सामने जब ये सवाल पूछा कि साहब आप हमारी एफआईआर क्यों नहीं लिख रहे हैं? किसका दबाव है आपके ऊपर? तो होनहार थाना प्रभारी महोदय की बोलती बंद हो गई।
प्रार्थी परिवार का ये भी अंदेशा है कि शायद थाना प्रभारी महोदय को होटल संचालकों की तरफ़ से कोई ऑफर आया होगा शायद इसीलिए वे प्रार्थियों की नहीं आरोपियों की तरफ़दारी कर रहे हैं।
पुलिस प्रशासन हाय हाय के लग रहे नारे...
इस समय प्रार्थी पक्ष याने सिंधी समाज के सैकड़ों लोग सिविल लाईन थाने में मौजूद हैं और थाना प्रभारी की एकतरफ़ा कारवाई के विरोध में नारेबाज़ी कर रहे हैं।
सिविल लाईन थाना प्रभारी के हाथ पैर फूले नही संभाल पा रहे थाने शहर के सभी थाना प्रभारी पहुँचे सिविल लाइन...
रसूखदारों की तरफ़दारी करने और प्रार्थियों की फ़रियाद अनसुनी कर देने जैसे गंभीर आरोप सिविल लाईन थाना प्रभारी पर कई बार लग चुके हैं। आज के मामले में भी उनका यही चहरा दिखाई दिया है। लेकिन प्रार्थी भी अपनी बात पर अड़े हुए हैं।
सिविल लाईन थाने का बिगड़ता माहौल संभालने में सिविल लाइन थाना प्रभारी आज पूरी तरह असफल नज़र आए इसलिए सरकंडा,तारबहार, कोतवाली व अन्य थानों के थाना प्रभारियों को बुलाया गया है ताकि वे अपने अनुभव और समझदारी से मामले को हैंडल कर सके।
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