बिलासपुर 15 सितंबर 2021।संस्कारधानी की आबो हवा में नशे का व्यापार धड़ल्ले से फल फूल रहा है और ये सब कुछ पुलिस के नाक के नीचे हो रहा है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा अब शहरीय इलाके भी नशे के कारोबारियों के गिरफ्त में आचुके है। जिस पर लगाम लगा पाने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है।
सूत्र बताते है कि जरहाभाठा तालापारा/ कुदुदंड समेत अन्य क्षेत्रों में नशीले पदार्थ की बेखौफ बिक्री की जा रही है। जिससे माहौल तो खराब हो ही रहा है साथ ही बच्चे भी नशे के गिरफ्त में आते जा रहें है। इतना ही नही कुदुदंड क्षेत्र में अपना आतंक फैलाने वाला नाबालिग से ही नशे का व्यापार करवा रहा था। शर्म आनी चाहिए ऐसे लोगों को जो चंद पैसे कमाने के लिए एक नाबालिग का सहारा लेकर उसकी जिंदगी तबाह कर रहें है। निक्की माली के और भी कई अवैध कारोबार है जिस पर लगाम नही लगाया गया तो एक बार फिर कुदुदंड क्षेत्र में पहले की तरह खून की नदियां बह सकती है।
हमने आपको कुछ समय पहले ही बताया था कि निक्की माली नशीले पदार्थ की बिक्री कर रहा है जिसे संज्ञान में लेते हुए पुलिस ने निक्की माली पर नज़र रखना शुरू किया,पुलिस को सूचना मिली कि कुदुदंड के पास एक युवक नशीला पदार्थ बेचने की फिराक में घूम रहा है जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई आरोपी के पास से पुलिस को 1 किलो से ज्यादा गांजा बरामद हुआ,पूछताछ में युवक ने बताया कि उसे गांजा बेचने के लिए रोजी पर रखा गया है।
क्या माली परिवार की हालत ख़स्ता हैं?
कुदुदंड में माली परिवार का दबदबा चला आ रहा था,जहां निक्की के दादा के हिसाब से एक समय पूरा कुदुदंड संचालित होता था लेकिन उनके देहांत के बाद निक्की माली दर दर भटकने लगा और अब वह रोजी में युवकों को अपने पास रखकर उनसे नशे का सामान बिकवा रहा है, निक्की माली आये दिन किसी ना किसी से विवाद करता है यहां तक कि वह शराब पीने के लिए लोगो से मारपीट कर उनसे रुपये भी मांगता है।
विगत दिनों एक युवक पर कराया था हमला
निक्की माली के द्वारा कुदुदंड व उसके आसपास के युवको को नशेड़ी बनाये जाने का विरोध करने पर राजू खान के ऊपर निक्की माली ने हमला करवा दिया था जिसमे राजू खान बाल बाल बच गए लेकिन हमलावर पहुंच गया था सलाखों के पीछे
पुलिस नही करती सही समय कार्रवाई
राजू खान ने अपने ऊपर हुए हमले के बाद उसने अपने बयान में स्पष्ट कहा था कि उस पर निक्की माली ने हमला करवाया है और वह नशे का कारोबार करता है लेकिन सिविल लाइन पुलिस के कान में जूं तक नही रेंगी जिससे निक्की के हौसले बुलंद हो गए और वो बिना किसी भय के नाबालिग से नशीले पदार्थ की बिक्री करवा रहा था, अगर सीविल लाइन पुलिस समय रहते कार्यवाही करती तो शायद पुलिस के हाँथ निक्की के गिरहबान तक पहुंच जाते पर ऐसा हुआ नही। या यू कहे कि सीविल लाइन पुलिस निक्की के ऊपर कार्यवाही ही नही करनी चाहती थी, इस पूरे मामले में जिले के एसपी को गंभीरता दिखाने की जरूरत है कहीं ऐसा ना हो जाए कि देश का भविष्य नक्शे में डूब कर अपनी जिंदगी नर्क बना ले।
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