कबीरधाम/कवर्धा"नीरज शुक्ला"23 जून 2021।छत्तीसगढ़ पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी, विशेष पुलिस महानिदेशक विआशा / नक्सल अभियान छ.ग. अशोक जुनेजा, एवं पुलिस महानिरीक्षक, दुर्ग विवेकानंद सिन्हा के मार्ग निर्देशन पर जिले में लगातार नक्सल उन्मूलन के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है।
जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में हो रहे नक्सल गतिविधियों के मद्देनजर क्षेत्र में निरंतर नक्सल गस्त/सर्चिंग की कार्यवाही की जा रही है साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शासन की पुनर्वास नीतियों का प्रचार- प्रसार लगातार बैनर , पोस्टर, पोंप्लेट के माध्यम से एवं सामुदायिक पुलिसिंग के कार्यक्रम के दौरान किया जा रहा है। दिनांक 09 मई 2021 को विशेष आसूचना शाखा से सूचना प्राप्त हुआ कि जिला बालाघाट मध्यप्रदेश की सीमा से लगे जंगल क्षेत्र में कुछ संदिग्ध महिला-पुरुष को देखा गया है, जो नक्सली जैसे लग रहे है। सूचना प्राप्त होने बाद तत्काल पुलिस पार्टी सम्भावित क्षेत्र में रवाना किया गया था । सीमावर्ती क्षेत्र में पुलिस पार्टी को सर्चिंग के दौरान एक महिला और एक पुरूष जंगल में घूमते हुए मिले जो पुलिस पार्टी को देख कर भागने व छुपने का प्रयास कर रहे थे। उक्त दोनों संदिग्धों को पुलिस पार्टी घेराबंदी का पकड़ा गया, दोनों खाली हाथ थे। दोनों को पकड़ कर सुरक्षित स्थान पर ले आ कर पूछताछ करने पर प्रतिबंध मावोवादी संगठन के कान्हा-भोरमदेव डिवीज़न कमेटी अंतर्गत विस्तार प्लाटून नम्बर02/भोरमदेव एरिया कमेटी का सक्रिय नक्सली सदस्य होना बताये।
जो संगठन के काम से सीमावर्ती क्षेत्र के गांव जाने संगठन से अलग होना बताये। पूछताछ में पुरूष नक्सली अपना नाम दिवाकर उर्फ किशन विस्तार प्लाटून नम्बर02/भोरमदेव एरिया कमेटी का सचिव होना तथा महिला नक्सली अपना नाम देवे उर्फ लक्ष्मी व संगठन में सदस्य होना बतायी। समान्य पूछताछ बाद दोनो नक्सलियों को स्वास्थ्य परीक्षण हेतु जिला मुख्यालय लाकर कोविड-19 परीक्षण कराया गया। दोनों नक्सलियों का कोविड पाजिटिव आने पर स्वास्थ्य लाभ हेतु कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया। कोविड सेंटर से डिस्चार्ज होने बाद दोनों का स्वास्थ्य ठीक न होने पर जिला अस्पताल कबीरधाम में डॉक्टर से इलाज कराकर होम आईसोलेशन में रखा गया था।
दोनों नक्सलियों ने शासन के पुनर्वास नीतियों से प्रभावित होकर मुख्यधारा में जुड़ना चाहा तथा शासन व पुलिस को सहयोग करने तैयार होकर अपने उपचार बाद पुलिस को सहयोग करते हुये नक्सलियों के नगदी रकम-दस लाख रुपये, एक नग कुकर बम, जिंदा कारतूस कुल 430, बारूद मिश्रण करीब 02 कि.ग्रा., नक्सली साहित्य, वासरलेस सेट, वॉकी टाकी, पुराना कीपैड मोबाइल, सोलर प्लेट , कलर प्रिंटर, दवाइयां(सिरिंज/टेबलेट), वर्दी दो जोड़ा, रेडियो, पीठू बैग , सिविल कपड़ा ,स्टील ड्रम तीन नग, एक पानी टंकी व ड्रम, तिरपाल व अन्य दैनिक उपयोग के राशन सामग्री बरामद करवाये है। दोनो नक्सलियों द्वारा शासन के मुख्यधारा में जुड़ने आत्मसमपर्ण करने पर आज विधिवत आत्मसमर्पण कराया गया। राज्य शासन द्वारा नक्सलियों के संगठन में पदानुसार इनाम की घोषित किया गया है जिससे आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली एरिया कमेटी सचिव डीव्हीसी दिवाकर उर्फ किशन के ऊपर छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा 8 लाख रुपये एवं मध्य्प्रदेश शासन द्वारा 05 लाख रुपये कुल जुमला 13 लाख रुपये तथा एरिया कमेटी सदस्य देवे उर्फ लक्ष्मी पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 02 लाख रुपये एवं मध्य्प्रदेश शासन द्वारा 03 लाख रुपये कुल जुमला 05 लाख रुपये का ईनाम घोषित है। दोनों नक्सली जिले में घटित नक्सल घटनाओं में शामिल रहे है। दोनो के आत्मसमर्पण करने से आपराधिक प्रकरणों के सम्बंध में पृथक से विधिक कार्यवाही किया जावेगा।
नक्सली एरिया कमेटी सचिव-डीव्हीसी दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिबरु कोरार्म एवं एरिया कमेटी सदस्य-देवे उर्फ लक्ष्मी का शासन के मुख्यधारा में जुड़ने हेतु आत्मसमर्पण करने पर दोनो को प्रोत्साहन राशि दिया गया। दोनो नक्सलियों को आत्मसमपर्ण कराने में जिला पुलिस बल कबीरधाम एवं विशेष आसूचना शाखा का योगदान सराहनीय रहा।
0 Comments