बिलासपुर से नीरज शुक्ला की रिपोर्ट।
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बिलासपुर। बिलासपुर न्यायधानी कहा जाता है इसी न्यायधानी में सरकण्डा क्षेत्र भी आता है जो बेहद ही संवेदनशील एरिया माना जाता है । विगत कुछ समय से इस क्षेत्र को मानो किसी की नजर सी लग गई हो यह संवेदनशील कहा जाने वाला सरकण्डा क्षेत्र में खुलेआम नशे के कारोबारी सक्रिय हो गए है जो छोटे छोटे बच्चों को नशे की लत लगवा रहे है।
सरकण्डा में खुले रूप से गांजा,मेडिकल की नशे की गोलियां, अवैध शराब, और भी नशे का सामान खुले रूप से बिकता है।ठीक इसी प्रकार सरकण्डा में ही सबसे ज्यादा कबाड़ की दुकान है अगर कही किसी की बाईक या फिर साइकल चोरी होती है वह पता ही नही चलता कि कहा गई पुलिस बस आवेदन लेकर प्रार्थी को चलता कर देती है जबकि चोरी गई बाइक या फिर साइकल तत्काल किसी कबाडी की दुकान में कट कर बाइक व साइकिल का एक एक पार्ट्स अलग अलग हो चुका रहता है ।
(फ़ाइल फ़ोटो)
सबसे ज्यादा बाइक व साइकल चोरी भी सरकण्डा में ही होती है।क्योकि सबसे ज्यादा कबाडी सरकण्डा में ही है।हर गली गली मोहल्ले मोहल्ले में कबाडी की दुकान ऐसे खुल गई है मानो किसी किराने की दुकान सरकण्डा की हर गली में एक कबाडी की दुकान है।सरकण्डा थाने से महज चंद कदमो की दूरी में ही कबाड़ का एक सबसे बड़ा गोदाम है सरकण्डा पुलिस को भी उस गोदाम के बारे में मालूम है पर उस पर कोई कार्यवाही क्यो नही की जाती है।क्या पूरा मामला सेटिंग का तो नही है।
गाँव मे लगातार बाइक चोरी के मामले भी बढ़ रहे है, जिसे सरकण्डा में लाकर बड़े कबाड़ियों को बेचा जाता है, जहाँ ये सब गाड़िया कट के रायपुर के लिए रवाना हो जाती है। सरकण्डा पुलिस सिर्फ दिखावे की कार्यवाही कर रही है। सूत्रों के अनुसार जब पुलिस कबाड़ियों पे कार्यवाही करने निकलती है उसके पहले ही पुलिस के कुछ भ्रष्ट लोगो के कारण कबाड़ियों को इसकी जानकारी मिल जाती है, जिसके कारण पुलिस के पहुँचने से पहले ही सभी कबाड़ियों की दुकानें बंद हो जाती है।
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