बिलासपुर 21 नवंबर 2025।गौरेला–पेंड्रा–मरवाही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशभर में अवैध कारोबार पर नकेल कसने के सख्त आदेश दे रखे हैं, लेकिन लगता है कि यह आदेश जीपीएम जिले के बॉर्डर पर आते-आते दम तोड़ देते हैं। वरना झंडी डोंगरी में हर रोज दोपहर 3 बजे छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जुआ महोत्सव कैसे धड़ल्ले से चल रहा होता?सूत्रों का दावा है कि यह जुआ फड़ कोई मामूली ठेला नही,यह तो करोड़ों की कैश-कांफ्रेंस है, जहाँ बिलासपुर, रायपुर, मुंगेली से लेकर पड़ोसी एमपी तक के “उच्च कोटि” के जुआरी अपनी-अपनी किस्मत का कफन बांधकर पहुंच जाते हैं।
फड़ का संचालन भी किसी गुप्त एजेंसी जैसा नहीं, बल्कि पूरी ओपन सोर्स टेक्निक से जिला, पिंटू, रवि, प्रकाश और कुंजी नामक लोग खुलेआम फड़ के CEO की तरह बैठकर कारोबार चमका रहे हैं।सबसे मज़ेदार बात पुलिस विभाग को सब पता है,फिर भी कुछ नहीं पता,कुछ आला अधिकारियों को इस ‘महाभारत’ की पूरी जानकारी है, लेकिन कार्रवाई?अबे रहने दे भाई,जुआरियों के हौसले इतने बुलंद कि लगता है जैसे गौरेला पुलिस ने इन्हें अवैध कारोबार का वार्षिक ‘लाइसेंस’ जारी कर रखा हो।सूत्र यह भी बताते हैं कि इनका सिर्फ जुआ फड़ ही नही,सट्टे का साम्राज्य भी फल-फूल रहा है, और कई मासूम ज़िंदगियां इनके चंगुल में बर्बाद हो रही हैं।उधर, पुलिस“चित भी मेरी, पट भी मेरी, और कार्रवाई? अगले जनम में देखेंगें…” वाली मुद्रा में मूकदर्शक बनी बैठी है।
इधर सूत्र बताते है कि बिलासपुर से बुट्टी नाम का आदतन जुआरी प्रतिदिन टीम बनाकर ले जाता है और नए लोगों को इस दलदल का स्थायी सदस्य बना देता है।अब सवाल सिर्फ एक क्या पेंड्रा गौरेला पुलिस कभी नींद से जागेगी,या फिर झंडी डोंगरी का यह ‘कसीनो’ ऐसे ही दिन दूनी, रात चौगुनी तरक्की करता रहेगा?
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