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नदी में झोपड़ी बनाकर चल रहा खुलेआम जुआ, साइरन बजाकर लौट आती है पुलिस,आदतन जुआरी को नहीं पुलिस का खौफ...


बिलासपुर 27 नवंबर 2025।बिलासपुर शहर के बीचों-बीच अरपा नदी में बनी झोपड़ी में खुलेआम जुआ संचालित हो रहा है, लेकिन पुलिस की सांठगांठ के कारण यह गोरखधंधा लगातार फल-फूल रहा है। कोतवाली थाना क्षेत्र में नदी के बीच झोपड़ी खड़ी कर रोजाना दोपहर से देर रात तक जुआ चलता है। खास बात यह कि जुआ अड्डा पानी के पास ऐसे स्थान पर बनाया गया है, जहां दूर से कोई आसानी से पकड़ में नहीं आता। इसके बावजूद पुलिस की मौजूदगी और गश्त के बीच यह अवैध गतिविधि लगातार जारी है।
आदतन जुआरी के दम पर चल रहा जुआ फड़...

सूत्रों के अनुसार इस जुआ फड़ का संचालन भी वही बुट्टी नामक जुआरी के द्वारा किया जा रहा है जो पेंड्रा के जुआ फड़ में बिलासपुर के जुआरियों के लेकर जा रहा था जबकि पेंड्रा पुलिस ने कुछ दिन पहले ही जुआरियों पर  सख्त कार्रवाई की है वहीं सूत्र यह भी बताते है कि इसी बुट्टी नामक जुआरी की पेंड्रा पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी पर यह पुलिस को चकमा देकर भाग निकला खैर पुलिस के चंगुल से कब तक यह आदतन जुआरी भाग पाएगा यह देखने वाली बात है???लगता है कि इस आदतन जुआरी को बिलासपुर पुलिस का जरा भी खौफ नहीं है तभी तो कभी यह पेंड्रा में तो कभी बिलासपुर में जुआरियों को एकत्र कर जुआ फड़ का संचालन खुलेरूप से कर रहा है।अब देखने वाली बात ये है कि क्या बिलासपुर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह इस जुआरी पर क्या कार्रवाई करते है या मामले को ठन्डे बसते में डाल देते है।
वही जानकारों के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र में नदी के किनारे दोपहर के समय यहां छोटे दांव से जुआ शुरू होता है। इस समय आसपास के कुछ लोग और रोज आने वाले जुआरी ही पहुंचते हैं। देर शाम जैसे-जैसे अंधेरा बढ़ता है, दांव भी बढ़ने लगता है। कारोबारी, बाहरी जुआरी और इस अन्य काम धंधे से जुड़े लोग यहां पहुंचने लगते हैं। रात तक नदी किनारे और झोपड़ी के पास भीड़ बढ़ जाती है। बताया जाता है कि शाम के बाद यहां नदी किनारे वाहनों को छोड़कर लोगों की आवाजाही भी शुरू हो जाती है, जिससे साफ होता है कि जुआ बड़े स्तर पर चल रहा है। आसपास में रहने वालों ने बताया कि कई बार पुलिस की पेट्रोलिंग टीम नदी किनारे पहुंचती भी है, लेकिन कार्रवाई करने की बजाय दूर से ही जुआरियों को देखकर साइरन बजाकर निकल जाती है। इससे जुआ संचालकों को पहले से ही सतर्क होने का मौका मिल जाता है और वे जल्दबाजी में दांव समेटकर फिर से शुरू कर देते हैं। इससे पुलिस पर सांठगांठ और संरक्षण देने के आरोप और पुख्ता हो रहे हैं। बताया जाता है कि नियमित रूप से इसी तरीके से पुलिस की गाड़ी का आना-जाना होता है, लेकिन किसी तरह की गिरफ्तारियां या मौके पर छापामार कार्रवाई नहीं की जाती।
नशेड़ियों और असामाजिक तत्वों का रहता है जमावड़ा

नदी के बीच बने इस जुआ अड्डे के कारण आसपास के इलाकों में असामाजिक गतिविधियां भी बढ़ रही हैं। देर रात तक शराब पीने, हंगामे और विवाद की घटनाएं आम हो गई हैं। कई बार झगड़े भी हुए, लेकिन किसी ने शिकायत की तो उल्टे धमकी मिल जाती है। मोहल्ले के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को भी दी है। इसके बाद भी इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।

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