बिलासपुर 26 अगस्त 2025।बिलासपुर नशे के कारोबार और उससे जुड़े अपराधियों पर अब बिलासपुर पुलिस का शिकंजा और कड़ा होता जा रहा है। पुलिस ने यह साफ कर दिया है कि अब केवल प्रत्यक्ष अपराधी ही नहीं, बल्कि नशे का सामान उपलब्ध कराने वाले और युवाओं को अपराध की ओर धकेलने वाले दुष्प्रेरक तत्वों को भी बराबर का दोषी माना जाएगा। इस दिशा में सिविल लाइन CSP निमितेश सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है।
जाँच में यह तथ्य सामने आया कि नशे का सामान उपलब्ध कराने वाले पहले युवाओं को आदत का शिकार बनाते हैं और फिर उनसे मोटी रकम ऐंठते हैं। जब युवक भुगतान नहीं कर पाते, तो उन्हें अपराध करने के लिए उकसाया जाता है। चोरी, लूट और गंभीर आपराधिक घटनाओं की बड़ी वजह यही दुष्प्रेरणा है। CSP निमितेश सिंह ने साफ कहा है कि,“अब ऐसे परदे के पीछे छिपे लोग भी कानून के दायरे में आएंगे। समाज में अपराध की जड़ को काटना ही हमारी प्राथमिकता है।”
इसी कड़ी में तारबाहर पुलिस ने राहुल (निवासी – बंगालीपारा, सरकंडा) को गिरफ्तार किया है, जो युवकों को नशे का सामान उपलब्ध कराता था। उसे भारतीय न्याय संहिता, 2023 (BNS) की धारा 49 के तहत दुष्प्रेरणा का आरोपी बनाया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है ताकि पूरे नेटवर्क को पकड़ा जा सके।25 अगस्त की रात तितली चौक मार्ग पर तीन युवकों ने नशे की हालत में विवाद के दौरान चाकू से हमला कर शहडोल निवासी समीर यादव को घायल कर दिया था। इस वारदात के महज़ 24 घंटे के भीतर ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। विवेचना के दौरान ही दुष्प्रेरक तत्व राहुल का नाम सामने आया, जिस पर अब कड़ी कार्रवाई की गई है।
CSP निमितेश सिंह के नेतृत्व में पुलिस की यह रणनीति जिले में नशे के नेटवर्क को तोड़ने में मील का पत्थर साबित हो रही है। उनका मानना है कि,केवल अपराध करने वाले ही नहीं, बल्कि अपराध की जड़ तैयार करने वाले भी बराबर के जिम्मेदार हैं।
बिलासपुर पुलिस अब ऐसे सभी लोगों को जेल की सलाखों के पीछे भेजेगी।इस कार्रवाई से पुलिस ने साफ संदेश दिया है कि नशे के कारोबारियों और युवाओं को अपराध की ओर धकेलने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। CSP निमितेश सिंह की सख़्ती से न केवल अपराधियों में खौफ है, बल्कि समाज में भी राहत और विश्वास का माहौल बना है।
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