बिलासपुर 07 जून 2025।बिलासपुर जब सेवा केवल दान नहीं, बल्कि साथ चलने का नाम बन जाए, तो वह समाज में परिवर्तन की कहानी लिखती है। बिलासपुर की सामाजिक संस्था “पायल – एक नया सवेरा” वेलफेयर फाउंडेशन ऐसी ही एक प्रेरणास्पद पहल बनकर सामने आई है, जो न केवल आर्थिक सहयोग करती है, बल्कि जीवन को दोबारा संबल देने का कार्य कर रही है।
तिफरा यदुनंदन नगर निवासी विजय अरोड़ा हाल ही में हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी से गुज़रे हैं। ऑपरेशन के बाद चलने-फिरने में आई कठिनाई ने उनके जीवन को सीमित कर दिया था, लेकिन “पायल – एक नया सवेरा” संस्था ने उनकी इस चुनौती को समझा और उन्हें व्हीलचेयर एवं वॉकर प्रदान किया।
इस सहयोग से विजय अरोड़ा अब पुनः अपने पैरों पर खड़े होने की ओर अग्रसर हैं और दूसरों पर निर्भर हुए बिना अपनी रिकवरी की राह पर चल पड़े हैं। उनका कहना है, “यह सिर्फ उपकरण नहीं, मेरे आत्मविश्वास की नई शुरुआत है।”
संस्था का यह एकमात्र कार्य नहीं है। पिछले 8 वर्षों से यह संस्था HIV पीड़ित व्यक्तियों को न्यूट्रिशन एवं प्रोटीन सप्लीमेंट्स नियमित रूप से उपलब्ध करवा रही है। समाज के हाशिये पर खड़े इन लोगों के लिए यह सेवा न केवल शारीरिक रूप से, बल्कि मानसिक रूप से भी जीवनदायिनी सिद्ध हो रही है।
इस पहल में संस्था के सचिव चंचल सलूजा, राजवीर लाट (श्रीराम फाउंडेशन), राहुल अग्रवाल, लोकेश ठक्कर, विशाल, और विजय बजाज का विशेष सहयोग रहा। सभी ने इस अवसर पर उपस्थित होकर संस्था के कार्यों को समर्थन और ऊर्जा दी।संस्था आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं का दायरा और अधिक विस्तृत करने की योजना पर कार्य कर रही है।
जहां हड्डी रोग, HIV, कुपोषण और अन्य दीर्घकालिक बीमारियों से पीड़ित लोगों को सम्पूर्ण देखभाल मिलेगी।
इसके अलावा, नियमित स्वास्थ्य जांच शिविर, काउंसलिंग सत्र और जागरूकता कार्यक्रमों का भी संचालन किया जाएगा।“पायल – एक नया सवेरा” वेलफेयर फाउंडेशन ने यह सिद्ध किया है कि बदलाव की शुरुआत बड़े मंचों से नहीं, बल्कि छोटे लेकिन ईमानदार प्रयासों से होती है।
विजय अरोड़ा जैसे व्यक्ति जब समाज की संवेदनशीलता से जुड़कर दोबारा खड़े होते हैं, तो यह किसी एक मरीज की नहीं, पूरे समाज की जीत होती है। यह पहल न केवल जरूरतमंदों की सहायता है, बल्कि एक नए और मानवीय समाज की ओर उठाया गया सशक्त कदम है।
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