Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

"जब वर्दी ही बन जाए ढाल, तो अपराधियों को डर किसका?"...


बिलासपुर 16 जून 2025।बिलासपुर सिविल लाइन थाना इन दिनों चर्चा में है – वजह है एक ऐसा आरक्षक, जो खुद को कानून से ऊपर समझ बैठा है। विश्वस्त सूत्रों की माने तो महाराणा प्रताप चौक स्थित शराब दुकान में चाकू लहराकर लोगों को डराने वाले युवक को पहले ही इंसाइड इंफॉर्मेशन दी गई थी कि – “पुलिस तुम्हें ढूंढ रही है, भाग जाओ।” और ये सूचना किसी आम व्यक्ति ने नहीं, बल्कि उसी थाना क्षेत्र में तैनात एक आरक्षक ने दी। सवाल ये है कि अगर अपराधी को पकड़ने से पहले ही पुलिस खुद उसे फरार होने का रास्ता बताएगी, तो फिर आम जनता किसके पास जाएगी?

जानकारों के अनुसार, उक्त आरक्षक की हरकतों पर पहले भी सवाल उठ चुके हैं। कुछ दिन पहले ही एक वरिष्ठ अधिकारी ने उसे जमकर फटकारा था और चेतावनी दी थी – “अब भी सुधर जाओ!” पर लगता है आरक्षक साहब को वर्दी से नहीं, प्रभुत्व से प्यार है।

इससे पहले भी इस आरक्षक पर वसूली के गंभीर आरोप लग चुके हैं, जिसके बाद तत्कालीन एसपी ने उसका तबादला किया था। मगर, "सिफारिशी ताकत" के दम पर यह आरक्षक फिर से सिविल लाइन थाने में जमे हुए हैं। सवाल यह भी उठता है कि क्या कप्तान साहब के आदेश सिर्फ कागज़ों तक सीमित हैं? और क्या एक वर्दीधारी सिफारिश के दम पर कानून से भी ऊपर हो सकता है?

अब देखना होगा कि कप्तान रजनेश सिंह इस गंभीर मामले पर क्या संज्ञान लेते हैं। क्योंकि अगर वर्दीधारी ही अपराध का संरक्षण देने लगे, तो फिर आम जनता की सुरक्षा भगवान भरोसे ही समझी जाएगी।

पुलिस की छवि पर दाग लगाने वाले ऐसे 'संरक्षक आरक्षक' पर कठोर कार्रवाई अब वक्त की मांग है।

Post a Comment

0 Comments