Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

मुंशी प्रेमचंद की 145वीं जयंती मंडल रेल में हर्षोल्लास के साथ संपन्न...,साहित्य के इस कालजयी लेखक को समर्पित रहा पूरा कार्यक्रम, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने दी श्रद्धांजलि...

बिलासपुर, 31 जुलाई 2025।बिलासपुर हिंदी साहित्य के महान उपन्यासकार, यथार्थ के प्रवर्तक और समाज की नब्ज़ पर लेखनी चलाने वाले मुंशी प्रेमचंद की 145वीं जयंती को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर मंडल में गरिमामयी रूप से मनाया गया। यह आयोजन अपर मंडल रेल प्रबंधक की अध्यक्षता में ट्रेन मैनेजर एवं लोको पायलट संयुक्त लॉबी, बिलासपुर स्टेशन में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और मुंशी प्रेमचंद जी के छाया चित्र पर माल्यार्पण से हुई। इस अवसर पर कार्मिक अधिकारी एवं प्रभारी राजभाषा अधिकारी, मुख्य स्टेशन प्रबंधक, मुख्य क्रू कंट्रोलर सहित स्टेशन परिसर के विभिन्न विभागों के पर्यवेक्षक एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने प्रेमचंद जी के जीवन पर प्रकाश डाला। उनकी कहानियों और उपन्यासों के अंशों का संक्षिप्त वाचन कर उनके साहित्यिक अवदान को स्मरण किया गया। उनकी रचनाओं में छुपे सामाजिक संदेशों को भी विस्तार से समझाया गया।
राजभाषा विभाग की सराहनीय पहल सहायक कार्मिक अधिकारी एवं प्रभारी राजभाषा अधिकारी ने अपने उद्बोधन में कहा,“साहित्य समाज का दर्पण है, और प्रेमचंद जैसे साहित्यकारों की रचनाएं मानवीय संवेदनाओं की पराकाष्ठा को दर्शाती हैं। इस तरह के आयोजनों से न केवल हिंदी साहित्य के प्रति प्रेम बढ़ता है, बल्कि यह राजभाषा के प्रचार-प्रसार की दिशा में भी एक सशक्त कदम है।”
समाज सुधार की प्रेरणा देते हैं प्रेमचंद के पात्र कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं अपर मंडल रेल प्रबंधक ने प्रेमचंद की रचनाओं में निहित सामाजिक चेतना पर विस्तृत व्याख्यान देते हुए कहा,
“प्रेमचंद की कहानियां केवल साहित्य नहीं, बल्कि समाज के लिए दिशा-निर्देशक भी हैं। ‘गोदान’, ‘कफन’, ‘पूस की रात’ जैसी कृतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं।”
उन्होंने कार्यक्रम की सफल प्रस्तुति के लिए राजभाषा विभाग की टीम की विशेष रूप से सराहना की और आगे भी इसी तरह के सांस्कृतिक व साहित्यिक आयोजनों के लिए प्रेरित किया।कार्यक्रम का समापन आभार प्रदर्शन के साथ हुआ, जहां उपस्थित सभी लोगों ने इस आयोजन को प्रेरणादायक और यादगार बताया।

Post a Comment

0 Comments