बिलासपुर 10 फरवरी 2022।बिलासपुर पुलिस द्वारा इन दिनों अवैध कारोबारियों पर कार्यवाही के लिए जो योजना बनाई जाती है वो अंजाम से पहले कारोबारियों तक पहुंच जाती है, या फिर कार्यवाही जिसपर होती है उसको छोड़ बाकी सबको पहले से ही अलर्ट कर दिया जाता है।नशे से लेकर कबाडी का कारोबार करने वाले लोगों की पुलिस विभाग की कितनी घुसपैठ और रसूख है यह किसी से छिपा नहीं है। शहर के नामचीन कबाडी तो इन दिन वाइट कॉलर का चोगा पहनकर शहर भर में अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश में लगे है,और उसके चंगु-मंगू शहर के कई थानों में गोता लगाते घुमते भी रहते है।
बहरहाल बीते दिन पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी द्वारा पुलिस अमले की बैठक के बाद बड़ी कर्रवाई की सुगबुगाहट दूसरे दिन अमले और पूरे शहर में चलती रही, लेकिन इस बीच बड़ी बात यह देखने को मिली शहर के चौक चौराहों में स्थित छोटे बड़े कबाड़ी सुबह से ही गाड़ियों में अपना काला चिट्ठा बड़े बड़े बोरे में बांधकर उसे खिसकाने की जुगत में नज़र आये ऐसा प्रतीत होता है कि, पुलिस विभाग की कर्रवाई से पहले विभाग में अंदर तक पहुंच रखने वाले कबाडियों तक बात पहुंची और इसके लिए उन्होंने एहतियातन अपने कुकर्मों को छुपाने के लिए एक दिन की मोहलत मांग कर कारनामें को अंजाम दे दिया।एसएसपी ने शहर में क्राइम और अवैध व्यापार को रोकने के लिए जो भी कोशिशें अब तक कि है,वह काफी सराहनीय है। चाहे वह देर रात शहर का भ्रमण करना हो या फिर नशे को रोकने के लिए टीम गठित करना, लेकिन घर के भेदियों से रावण नहीं बच पाया तो पुलिस महकमा क्या चीज़ है।कई मौकों पर देखा गया है कि, विभागीय कार्यवाही से पहले बात लीक हो जाती है,और टीम खाली हाथ लौटती है, या फिर निजी स्वार्थ के लिए कुछ विभागीय लोग अवैध कारोबारियों के इतने कृतार्थ हो जाते है, जो उनके लिए ईमानदारी दिखाते दिखाते वर्दी को गंदा कर देते है।
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