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भोजपुरी टोल प्लाज़ा में कर्मचारियों को जातिगत गालियों के साथ पिस्तौल दिखाकर जान से मारने की धमकी, 17 दिनों में भी एफआईआर दर्ज नहीं कर पाई पुलिस

बिलासपुर 09 अक्टूबर 2021।बिलासपुर रायपुर नेशनल हाइवे स्थित भोजपुरी टोल प्लाज़ा मे कार्य करने वाले तकरीबन 55 कर्मचारी बिलासपुर अजाक थाने मे आज सुबह 10 बजे से धरने पर बैठे हैं। 
प्रार्थि कर्मचारी राहुल का आरोप है कि प्लाज़ा की मैनेजर सुषमा रावत के द्वारा इन्हें जातिगत रूप से प्रताड़ित किया जाता था। राहुल ने बताया कि सुषमा रावत इनसे ये कहकर पैर दबवती थी थे कि तुमलोग नीच जाती के हो। 
इन कर्मचारियों ने बताया कि इन्हें आरो का फ़िल्टर्ड पानी पीने पर थप्पड़ मारा गया था। 

कर्मचारियों ने बताया कि इन अत्याचारों का विरोध करने पर भोजपुरी टोल प्लाज़ा के अधिकारी प्रेम प्रकाश पाण्डे ने इन्हें जातिगत गालियाँ देते हुए पिस्तौल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। लगभग 55 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है। ये कर्मचारी बिलासपुर रायपुर नेशनल हाइवे स्थित भोजपुरी टोल प्लाज़ा के अधिकारी प्रेम प्रकाश पाण्डे और मैनेजर सुषमा रावत पर मारपीट करने, गालियाँ देने, बंदूक दिखाकर धमकी देने, जान से मारने की धमकी देने और जातिगत गालियाँ देने के मामले में एफआईआर कारवाने की मांग कर रहे हैं। 

एफआईआर की मांग करते हुए इन कर्मचारियों को आज 17 दिन पूरे हो गए हैं लेकिन इनकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। 
अजाक थाने में धरना प्रदर्शन कर रहे प्लाज़ा के पूर्व कर्मचारियों ने बताया कि उन्होंने घटनास्थल के संबंधित थाना हिर्री में पैर दबवाने और बंदूक दिखाकर धमकाने के वीडियो फुटेज भी उपलब्ध कराए हैं, लेकिन फिर भी पुलिस अब तक यही कह रही है कि पहले पुलिस जाँच करेगी फिर एफआईआर करेगी। 

धरनारत ये सभी कर्मचारी बिलासपुर पुलिस के इस अति सुस्त रवैये से ख़ासे नाराज़ आए। कर्मचारियों ने कहा कि पुलिस टोलप्लाज़ा के रसूखदार मालिकों के दबाव में है इसलिए ही 17 दिनों में जाँच तक नहीं कर पाई है। 
सीएसपी स्नेहिल साहू ने अजाक थाने पहुँचकर मामले को संभालने की कोशिश कि उन्होंने प्रार्थियों से जाँच के लिए कुछ दिनों का और समय माँगा। सीएसपी स्नेहिल साहू ने कर्मचारियों को हिर्री थाने जाकर मारपीट की एफआईआर दर्ज कराने को कहा है और एफआईआर दर्ज हो जाने का आश्वासन भी दिया है। 
जिसके बाद कुछ कर्मचारी हिर्री थाना एफआईआर दर्ज कराने के लिए निकल गए अगर थाना हिर्री में मारपीट व जान से मारने की धमकी की एफआईआर हो जाती है तो कर्मचारी अजाक थाने से जाएंगे अन्यथा कर्मचारी अब भी अजाक थाने में मौजूद हैं उनका कहना है कि जब तक हिर्री थाने में एफआईआर दर्ज नहीं हो जाती तब तक वे अपना धरना जारी रखेंगे।

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