बिलासपुर"नीरज शुक्ला"7 जून 2021।न्यायधानी बिलासपुर अंतर्गत कोनी थाना क्षेत्र में रेप पीड़िता युवती के न्याय के लिए भटकने की खबर पर तत्काल संज्ञान लेते हुए बिलासपुर के संवेदनशील पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल ने तत्काल मामले में कार्यवाही करने के लिए कोनी थाना प्रभारी को निर्देश दिया है।
घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत 15 दिनों से अपनी FIR दर्ज कराने के लिए पीड़िता को बयान लेने के नाम पर जांच अधिकारी शैलेंद्र सिंह के द्वारा लगातार पीड़िता को 15 दिनों तक बार_बार कोनी थाना बुलाया गया । पीड़िता का बयान भी किसी महिला अधिकारी से दर्ज कराने के बजाय स्वयं बयान दर्ज किया गया । उक्त जांच अधिकारी द्वारा पीड़िता का रेप मामले में डाक्टरी मुलाहिजा कराने के बजाय उल्टे आरोपी के पक्ष में समझौता करने के लिए प्रयास करते नजर आ रहे थे। शुक्रवार को पीड़िता को एवं आरोपी दोनो को कोनी थाना बुलवाया गया था। पीड़िता का बयान भी उसी दिन दर्ज कर लिया गया था किंतु पीड़िता का डाक्टरी मुलाहिजा नही कराया गया। आरोपी लल्लू महराज को थाने में ही आरक्षकों एवं जांच अधिकारी के द्वारा वीआईपी ट्रीटमेंट देते हुए । आरोपी का बयान दर्ज करते हुए कार्यवाही की बात कही गई लेकिन आरोपी को भगा दिया गया। जबकि जांच अधिकारी एवं कानून के जानकारों को यह पता है कि मामले में तत्काल 376 सहित विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज करते हुए तत्काल जेल दाखिल किया जाना था। किंतु किसी प्रकार की ठोस कार्यवाही नही होने के कारण पीड़िता ने मामले की जानकारी मीडिया ( पर्दाफाश न्यूज,खास खबर छत्तीसगढ़,सत्य ज्ञान समागम, न्यूज हाइवे 24) जिस पर मीडिया में वायरल होने के बाद जब पुलिस विभाग की किरकिरी होने एवं पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल को जैसे ही जानकारी हुई तत्काल उन्होंने कोनी थाना प्रभारी को कार्यवाही का निर्देश दिया गया।
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