वन विभाग के सरकारी अमले ने 140 साल पुरानी हिन्दू धर्म के मौनी बाबा की कुटिया को उजाड़ दिया। बाबाजी की ये कुटिया चारामा से 8 किमी पहले (धमतरी जगदलपुर हाईवे पर है)
इसी के सामने मजार को हाथ तक नही लगाया। धर्म के नाम पर राजनीति करना यह धर्म पर घात है बाबाजी की कुटिया उजाड़ना उचित नहीं यदि कोई शास्त्रार्थ करने को तैयार है उसके लिए भी मैं तैयार हूं क्योंकि किसी भी व्यक्ति इंसान या मानव के लिए जो जगह निर्धारित की गई है । उसे उजाड़ना उचित नहीं। यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत अभ्युत्थानम अधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् परित्रणाया साधुनम विनाशाय च दुष्कृतम् धर्म संस्थायाएँ सम्भवामि युगे युगे ।
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