बिलासपुर 07 जून 2025।बिलासपुर सरकंडा थाना पुलिस ने बीते दिनों हुई झपटमारी और घर में चोरी के प्रकरण में बड़ी सफलता अर्जित की है। थाना प्रभारी निरीक्षक नीलेश पांडेय के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने आरोपियों की न केवल पहचान की, बल्कि फरार मुख्य आरोपी को धरदबोचते हुए चोरी का पूरा खुलासा किया है। पुलिस की इस चुस्त-दुरुस्त कार्यप्रणाली की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) ने विशेष रूप से सराहना की है।
30 मई 2025 की रात प्रार्थी राममूर्ति साहू जब ससुराल से लौटकर चांटीडीह स्थित अपने घर जा रहे थे, तभी शनिचरी शराब भट्ठी के पास मोबाइल से बात करते वक्त दो युवकों ने झपट्टा मारकर न केवल उनका मोबाइल बल्कि गले से सोने की चेन भी छीन ली और बैराज की ओर भाग निकले।
घटना की त्वरित विवेचना करते हुए पुलिस ने पहले आरोपी मनीष गंधर्व उर्फ दादू को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा था। इस प्रकरण में शामिल दूसरा आरोपी अंकित साहू फरार था जिसकी तलाश लगातार जारी थी।
आज दिनांक 07 जून 2025 को पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी अंकित साहू शनिचरी रपटा क्षेत्र में सोने-चांदी के जेवर बेचने की फिराक में घूम रहा है। इस सूचना पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए एएसपी (शहर) राजेन्द्र जायसवाल एवं सीएसपी सरकंडा सिद्धार्थ बघेल के दिशा-निर्देशन में पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपी को मौके पर धरदबोचा।
पूछताछ में अंकित साहू ने झपटमारी की वारदात स्वीकारते हुए एक अन्य चोरी की घटना का भी खुलासा किया। उसने बताया कि अनीश मेमन उर्फ परवेज के साथ मिलकर चिंगराजपारा क्षेत्र में एक घर में सेंधमारी कर करीब ₹2 लाख के सोने-चांदी के जेवर चुराए थे, जिनमें से कुछ जेवर रतनपुर के सुनार पंकज सोनी को ₹30,000 में बेचे गए, वहीं कुछ जेवर छ.ग. राज्य ग्रामीण बैंक में गिरवी रखे गए थे।
गिरफ़्तार हुए आरोपी
1. अंकित साहू (23 वर्ष) — झपटमारी और चोरी दोनों मामलों में मुख्य आरोपी
2. अनीश मेमन उर्फ परवेज (22 वर्ष) — चोरी में सहआरोपी
3. पंकज सोनी (32 वर्ष) — चोरी के जेवर खरीदने वाला सुनार
4. शबाना बेगम — अनीश मेमन की मां, जिसने जेवर गिरवी रखने में भूमिका निभाई
इन सभी के खिलाफ विधिसम्मत धाराओं में कार्रवाई करते हुए न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। बरामद मशरूका की पहचान प्रार्थिया अनुपा साहू द्वारा की गई, जिनकी रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 805/2025 के तहत मामला दर्ज था।
इस संपूर्ण ऑपरेशन में थाना सरकंडा की विशेष टीम का शानदार योगदान रहा है।टीम में शामिल प्र.आर. प्रमोद सिंह,प्र.आर. बलवीर सिंह,आर. विवेक राय,आर. विकास यादव,आर. एस.के. पाटले,आर. संजीव जांगड़े इन सभी की तत्परता, संयम और सतर्कता ने इस जटिल प्रकरण को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने टीम के कार्य की सराहना करते हुए उन्हें विशेष प्रशंसा दी है।
सरकंडा थाना पुलिस की यह कार्यवाही न केवल कानून के डर को अपराधियों के मन में फिर से स्थापित करती है, बल्कि यह दर्शाती है कि बिलासपुर पुलिस अब केवल शिकायत दर्ज करने तक सीमित नहीं, बल्कि अपराध की जड़ तक जाकर उसे निष्क्रिय करने की ठान चुकी है।
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