के जवान...
बिलासपुर 31 अक्टूबर 2024।बिलासपुर रेलवे सुरक्षा बल (जीआरपी) के चार जवानों को गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वही बिलासपुर पुलिस का आरोप है कि ये जवान ओडिशा से बड़ी मात्रा में गांजा मंगाकर जिले में सप्लाई करते थे। इस मामले में पुलिस ने दो जवानों को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।वही जानकारी के मुताबिक एसीसीयू की टीम को मिली सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई में ये खुलासा हुआ है,की सूत्रों के मुताबिक, ये जवान जीआरपी की एक विशेष टीम का हिस्सा थे और लंबे समय से इस अवैध नशे के धंधे में लिप्त थे।
ओडिशा से गांजा मंगाकर स्थानीय स्तर पर सप्लाई...
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ये जवान रेल मार्ग का इस्तेमाल कर ओडिशा से गांजा मंगाते थे और फिर स्थानीय स्तर पर इसे बेचते थे। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो जवानों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है, जबकि दो अन्य से पूछताछ जारी है।
उच्च अधिकारियों की मिलीभगत की आशंका...
वही जानकारों की माने तो इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि गिरफ्तार किए गए जवानों में से एक पहले भी नशे के कारोबार से जुड़े मामलों में पकड़ा जा चुका है। इसके बावजूद उसे अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त था जो अपने उच्च अधिकारियों की शह पर अपने अवैध कारोबार को जारी रखा हुआ था,सूत्रों की माने तो बड़े पैमाने पर हो रही इस गांजा तस्करी की जानकारी ये आरक्षक ने अपने उच्च अधिकारियों को भी थी, लेकिन उन्होंने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की थी, बल्कि वह इसे इस अवैध कारोबार में संरक्षण देने का काम कर रहे थे।
गांजा तस्करी का बढ़ता नेटवर्क...
बिलासपुर में गांजा तस्करी का मामला लगातार बढ़ रहा है। पिछले कुछ समय में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें पुलिस ने गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है। लेकिन इस मामले में जीआरपी के जवानों का शामिल होना बेहद गंभीर मामला है। वही जानकारों का आरोप है कि इस मामले में कुछ उच्च अधिकारियों की संलिप्ता भी है। हालांकि इस मामले में बिलासपुर पुलिस की ओर से कोई भी अधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
अब देखने वाली बात ये कि क्या बिलासपुर पुलिस इस मामले में क्या बड़ा खुलासा करती की या मामला सस्ते बस्ते में चला जाएगा?और ये गांजा तस्कर फिर से जेल से छुटकर फिर से अपना कारोबार फिर से संचालित करने लगेंगे ये तो देखने वाली बात है या पुलिस,...?
जल्द ही बड़ा खुलासा...
वही हमारे सूत्र इस मामले को लेकर जल्द ही उन लोगों का नाम सामने लाएंगे जिनके संरक्षण में ये पूरा खेल खेला जा रहा था।सूत्रों की माने तो इस पूरे अवैध कारोबार को संरक्षण देने में विभाग के ही उच्च अधिकारियों का हाथ है,जो इन आरक्षकों पूरी तरह से खुली छूट देकर रहे हुए थे।
वही जानकार यह भी बताते है कि जब इन चारों आरक्षकों को पुलिस जब न्यायालय लेकर जा रही थी तो इन्होंने वह मौजूद पुलिस कर्मियों से कहा कि कोई बात नहीं जल्द ही हम बाहर आ जाएंगे और विभाग हमे फिर से ड्यूटी पर रख लेगा फिर से हमारा काम चालू हो जाएगा। हमारे अधिकारी ही हमें छुड़ाएंगे बात समझ से परे है कि इतनी बड़ी कार्यवाही के बाद भी इन पर कोई फर्क नहीं पड़ा क्या सच में इन लोगों को उच्च अधिकारियों का संरक्षण है यह हम जल्द ही आपके सामने बड़ा खुलासा करेंगे।
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